नोनी प्रीमियम प्लस
भारतीय शहतूत के रूप में जाने वाला नोनी अथवा मोरिंडा सिटीफोलिना एक फल है जो कि भारत के उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों एवं विश्व के कुछ अन्य भागों में पाया जाता है । यह भारत के दक्षिणी भाग में उगाया जाता है और यह काफी अधिक परिवारों का हिस्सा है । नोनी सभी प्रकार से प्राकृतिक एक आहार अनुपूरक है जिसमें 150 से अधिक प्रथक नयूटेसयूटिकलस एवं 140 से अधिक एंटीऑकसीडेंट हैं । इसका प्रयोग सदियों से किया जाता रहा है एवं इसके लाभों का उल्लेख प्राचीन आयुर्वेद एवं संस्कृत में किया गया है जिसमें इसे आछ कहा गया है । पूर्ण रूप से विकसित नोनी सफेद रंग का होता है । इसे सर्वोत्तम स्वास्थ्य प्रवर्तक माना जाता है क्योंकि यह कोशिकाओं को पुनर्जीवित करता है एवं शरीर की सेलुलर क्रिया - कलापों को बढावा है जिससे अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त होता है । यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करता है एवं विभिन्न रोगों व सामान्य संक्रमण से लड़ने की क्षमता में वृद्धि करता है जो कि हमें दैनिक जीवन में हानि पहुंचाता है । यह एक शक्तिशाली एंटी-ऑकसीडेंट का काम करता है एवं हानिकारक रैडिकल से निबटने में मदद करता है जो शरीर को क्षति पहुंचाते हैं । यह चयापचय, ऊर्जा, प्राणशक्ति को बढ़ावा देने में मदद करता है एवं हानिकारक विषाणुओं को बहार निकाल कर शरीर को शुद्ध करता है ।
नोनी में है भरपूर :
कैल्शियम, पोटैशियम, विटामिन सी, कॉपर, विटामिन ए, जिंक, आयरन, विटामिन बी 1, मैग्नीशियम, विटामिन बी 2 , फास्फोरस, विटामिन बी 6,सोडियम ।
अश्वगंधा (वाइथनिया सोमिनफेरा)
अश्वगंधा प्रतिरोधक प्रणाली को सुदृढ़ करता है, तनाव से मुक्त करता है, मानसिक शांति प्रदान करता है एवं समग्र स्वास्थ्य को बढावा देता है । इसका तांत्रिक तंत्र पर मजबूत पौष्टिक और रक्षात्मक प्रभाव पड़ता है । इसमें कायाकल्प करने एवं एंटीऑकसीडेंट का प्रबल गुण है । नरीश नोनी प्रीमियम प्लस में कई ज़रा - रोधी एवं जीवनदायी गुण हैं । प्रतिदिन का सेवन शरीर की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करता है जो वास्तव में वृद्ध होने की प्रक्रिया को कम करता है ।
नरीश नोनी प्रीमियम प्लस मोरिंडा सिटीफोलिना एवं अश्वगंधा वाइथनिया सोमिनफेरा के शुद्ध अर्क से बनाया जाता है एवं इसमें कई रासायनिक अवशेष अथवा विषाक्त नहीं है ।इसकी जैव - गतिविधियों को बनाए रखने एवं इसके सक्रिय घटकों को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए अत्यंत सावधानी के साथ इसका प्रक्रमण किया जाता है । नरीश नोनी प्रीमियम प्लस का नियमित सेवन कई विटामिन एवं मीनिरल के R.D.A. (Recommended Daily Allowance ) की पूर्ति कर सकता है । नरीश नोनी प्रीमियम प्लस क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को सामान्य कार्य के लिए प्रतिस्थापित करता है एवं अंग विफलता रोकने के लिए उत्तकों को स्वस्थ रखता है । यह दवाओं की प्रभावकारिता को बढ़ाने के लिए बहुत उपयोगी है ।
नरीश नोनी में कई ज़रा - रोधी एवं आयु वृद्धिकारी गुण हैं । नोनी फल कोशिकाओं को पुनर्जीवन देने वाले एंजाइम में विश्व का सर्वाधिक सर्वोत्तम स्रोत है जो कि कोशिकाओं को दुबारा जीवित कर शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है एवं वास्तव में उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को उल्टा करता है । अश्वगंधा के अतिरिक्त लाभ के साथ, नरीश नोनी प्रीमियम प्लस की एंटीऑकसीडेंट क्रिया ज्यादा शक्तिशाली हो जाती है एवं हमें पूरे विश्व में व्यापक स्तर पर जाने वाले अश्वगंधा का शांतिदायक लाभ भी प्राप्त होता है ।
सेहत लाभ
नरीश नोनी प्रीमियम प्लस भारतीय शहतूत पेड़ मोरिंडा सिटीफोलिना (नोनी ) एवं एक औषधीय पौधा अश्वगंधा के फल से बनाया जाता है जिसमें कई रासायनिक अवशिष्ट अथवा आविष नहीं है । नोनी शरीर की प्रतिरक्षाप्रणाली को मजबूत करने वाले सेलुलर रिजुवेनेटिंग एंजाइम के विश्व के सबसे श्रेष्ठ स्रोत हैं । यह क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को सामान्य कार्य के पूर्वावसथा में लाता है, उत्तकों को स्वस्थ रखता है, अंग को विफल होने से रोकता है एवं जीर्ण रोगों से लड़ता है । यह दवाओं की प्रभावकारिता को बढ़ाता है ।
नोनी समृद्ध है
भारतीय शहतूत के रूप में जाने वाला नोनी अथवा मोरिंडा सिटीफोलिना एक फल है जो कि भारत के उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों एवं विश्व के कुछ अन्य भागों में पाया जाता है । यह भारत के दक्षिणी भाग में उगाया जाता है और यह काफी अधिक परिवारों का हिस्सा है । नोनी सभी प्रकार से प्राकृतिक एक आहार अनुपूरक है जिसमें 150 से अधिक प्रथक नयूटेसयूटिकलस एवं 140 से अधिक एंटीऑकसीडेंट हैं । इसका प्रयोग सदियों से किया जाता रहा है एवं इसके लाभों का उल्लेख प्राचीन आयुर्वेद एवं संस्कृत में किया गया है जिसमें इसे आछ कहा गया है । पूर्ण रूप से विकसित नोनी सफेद रंग का होता है । इसे सर्वोत्तम स्वास्थ्य प्रवर्तक माना जाता है क्योंकि यह कोशिकाओं को पुनर्जीवित करता है एवं शरीर की सेलुलर क्रिया - कलापों को बढावा है जिससे अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त होता है । यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करता है एवं विभिन्न रोगों व सामान्य संक्रमण से लड़ने की क्षमता में वृद्धि करता है जो कि हमें दैनिक जीवन में हानि पहुंचाता है । यह एक शक्तिशाली एंटी-ऑकसीडेंट का काम करता है एवं हानिकारक रैडिकल से निबटने में मदद करता है जो शरीर को क्षति पहुंचाते हैं । यह चयापचय, ऊर्जा, प्राणशक्ति को बढ़ावा देने में मदद करता है एवं हानिकारक विषाणुओं को बहार निकाल कर शरीर को शुद्ध करता है ।
नोनी में है भरपूर :
कैल्शियम, पोटैशियम, विटामिन सी, कॉपर, विटामिन ए, जिंक, आयरन, विटामिन बी 1, मैग्नीशियम, विटामिन बी 2 , फास्फोरस, विटामिन बी 6,सोडियम ।
अश्वगंधा (वाइथनिया सोमिनफेरा)
अश्वगंधा प्रतिरोधक प्रणाली को सुदृढ़ करता है, तनाव से मुक्त करता है, मानसिक शांति प्रदान करता है एवं समग्र स्वास्थ्य को बढावा देता है । इसका तांत्रिक तंत्र पर मजबूत पौष्टिक और रक्षात्मक प्रभाव पड़ता है । इसमें कायाकल्प करने एवं एंटीऑकसीडेंट का प्रबल गुण है । नरीश नोनी प्रीमियम प्लस में कई ज़रा - रोधी एवं जीवनदायी गुण हैं । प्रतिदिन का सेवन शरीर की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करता है जो वास्तव में वृद्ध होने की प्रक्रिया को कम करता है ।
नरीश नोनी प्रीमियम प्लस मोरिंडा सिटीफोलिना एवं अश्वगंधा वाइथनिया सोमिनफेरा के शुद्ध अर्क से बनाया जाता है एवं इसमें कई रासायनिक अवशेष अथवा विषाक्त नहीं है ।इसकी जैव - गतिविधियों को बनाए रखने एवं इसके सक्रिय घटकों को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए अत्यंत सावधानी के साथ इसका प्रक्रमण किया जाता है । नरीश नोनी प्रीमियम प्लस का नियमित सेवन कई विटामिन एवं मीनिरल के R.D.A. (Recommended Daily Allowance ) की पूर्ति कर सकता है । नरीश नोनी प्रीमियम प्लस क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को सामान्य कार्य के लिए प्रतिस्थापित करता है एवं अंग विफलता रोकने के लिए उत्तकों को स्वस्थ रखता है । यह दवाओं की प्रभावकारिता को बढ़ाने के लिए बहुत उपयोगी है ।
नरीश नोनी में कई ज़रा - रोधी एवं आयु वृद्धिकारी गुण हैं । नोनी फल कोशिकाओं को पुनर्जीवन देने वाले एंजाइम में विश्व का सर्वाधिक सर्वोत्तम स्रोत है जो कि कोशिकाओं को दुबारा जीवित कर शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है एवं वास्तव में उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को उल्टा करता है । अश्वगंधा के अतिरिक्त लाभ के साथ, नरीश नोनी प्रीमियम प्लस की एंटीऑकसीडेंट क्रिया ज्यादा शक्तिशाली हो जाती है एवं हमें पूरे विश्व में व्यापक स्तर पर जाने वाले अश्वगंधा का शांतिदायक लाभ भी प्राप्त होता है ।
सेहत लाभ
नरीश नोनी प्रीमियम प्लस भारतीय शहतूत पेड़ मोरिंडा सिटीफोलिना (नोनी ) एवं एक औषधीय पौधा अश्वगंधा के फल से बनाया जाता है जिसमें कई रासायनिक अवशिष्ट अथवा आविष नहीं है । नोनी शरीर की प्रतिरक्षाप्रणाली को मजबूत करने वाले सेलुलर रिजुवेनेटिंग एंजाइम के विश्व के सबसे श्रेष्ठ स्रोत हैं । यह क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को सामान्य कार्य के पूर्वावसथा में लाता है, उत्तकों को स्वस्थ रखता है, अंग को विफल होने से रोकता है एवं जीर्ण रोगों से लड़ता है । यह दवाओं की प्रभावकारिता को बढ़ाता है ।
नोनी समृद्ध है
कैल्शियम, पोटैशियम, विटामिन सी, कॉपर, विटामिन ए, जिंक, आयरन, विटामिन बी 1, मैग्नीशियम, विटामिन बी 2 , फास्फोरस, विटामिन बी 6,सोडियम ।
- शरीर में नई स्फूर्ति जगाता है
- युवावस्था की अनुभूति करता है
- तनाव दूर करता है
- ऊर्जा में वृद्धि करता है
- मधुमेह का मुकाबला करने में मदद करता है
- पाचन में सुधार करता है
- आंतो की सफाई करता है
- चयापचय वृद्धि में सहायक
- वजन के प्रबंध में मदद करता है
नरीश नोनी कोकम प्लस के लिए अनुशंसित खुराक की मात्रा
(दिन 1 व 2 ):
नाश्ता के पहले 01 चम्मच लें (05 मि॰ली॰)
रात के भोजन के पहले 01 चम्मच लें (05 मि॰ली॰)
(पहला महीना ):
नाश्ता के पहले 03 चम्मच लें (15 मि॰ली॰);
रात के भोजन के पहले 03 चम्मच लें (15 मि°ली°)
(दूसरे से छठे महीने ):
नाश्ता के पहले 30 मि°ली° लें
रात के भोजन के पहले 30 मि°ली° लें ।
(सातवें महीने एवं उसके उपरांत ):
नाश्ता के पहले 15 मि°ली° लें
रात के भोजन के पहले 15 मि°ली° लें
12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को आधी खुराक दें ।
स्मार्ट वैल्यू नोनी फल एवं अश्वगंधा के सभी सेहत लाभ नरीश नोनी प्रीमियम प्लस में लेकर आया है ।
पारंपरिक भारतीय एवं आयुर्वेदिक चिकित्सा में प्रयोग किया जानेवाला अश्वगंधा भारत और अफ्रीका में उगता है । माना जाता है कि अश्वगंधा की जड़ सूजन (गठिया ) सहित विभिन्न स्थितियों एवं व्यापक संक्रामक रोगों में लाभकारी है ।
पारंपरिक भारतीय एवं आयुर्वेदिक चिकित्सा में प्रयोग किया जानेवाला अश्वगंधा भारत और अफ्रीका में उगता है । माना जाता है कि अश्वगंधा की जड़ सूजन (गठिया ) सहित विभिन्न स्थितियों एवं व्यापक संक्रामक रोगों में लाभकारी है ।
हमारे शरीर की आवश्यकता के अनुसार नरीश नोनी गोल्ड की खुराक बढ़ाई जा सकती है । पूरे दिन में पर्याप्त शुद्ध जल पिएं ताकि विषाक्त अवयव बाहर निकल सके । यदि शुद्धिकरण प्रक्रिया (सिर दर्द, हल्का दस्त, डकार अथवा त्वचा में खुजली ) महसूस हो तो पानी अधिक पिएं एवं अपने अनुभव के अनुसार एकाध खुराक छोड़ दें । नरीश नोनी खाली पेट लिया जाए । प्रातः या सायं में लिए जाने के लिए आवश्यक है कि भोजन 2-3 घंटे बाद इसका किया जाए ।
अपेक्षित परिणाम प्राप्त करने के लिए कम-से-कम 3-6 तीन से महीने तक नरीश नोनी के सेवन का प्रण लें ।
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