नोनी कोकम प्लस
नोनी फल
नोनी सभी प्रकार से प्राकृतिक एक आहार अनुपूरक है । इसका लाभ सेवन शरीर की सेलुलर क्रिया - कलापों में तेजी ला कर स्वास्थ्य में वृद्धि करता है । इसका जूस प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत करने में मदद करता है एवं विभिन्न बीमारियों एवं संक्रमण से लड़ने की इसकी क्षमता को बढ़ाता है । नोनी- एंटीऑकसीडेंट के रूप में भी कार्य करता है एवं शरीर में मौजूद मुक्त रैडिकल से निबटने में मदद करता है । यह शरीर की चयापचय को बढ़ाने तथा शरीर की ऊर्जा एवं प्राणशक्ति को बढ़ाने में मदद करता है ।
कोकम फल
कोकम (गार्सिनिया इंडिया ) मूल रूप से वेस्टर्न घाट का एक विशिष्ट औषधीय पौधा है । यद्यपि वेस्टर्न घाट के समुदायों में कई पीढ़ियों तक महत्वपूर्ण पाक व औषधीय घटक रहा है, आज - कल कोकम पर इसके स्वास्थ्य गुणों के कारण वैज्ञानिक रूप से ध्यान केंद्रित किया जा रहा है ।
कोकम का आयुर्वेद चिकित्सा में लंबा इतिहास रहा है एवं पारंपारिक तौर पर इसका उपयोग पेट की बीमारियों के उपचार में किया जाता था । यह एक प्राकृतिक अम्लनाशक का कार्य करता है । कोकम का फल रसीला होता है जिसका अपना विशिष्ट अम्लीय स्वाद है । कोकम गर्मी का अच्छी तरह से प्रतिरोध करने के लिए जाना जाता है । इसके खट्टे, कार्डियोटाॅनिक , एंटी एलर्जिक एवं पाचन गुणों के कारण कोकम का उपयोग किया जाता है । इसका फल बवासीर, दस्त, ट्यूमर, दर्द व ह्रदय की परेशानियों में उपयोगी है । जिगर की बीमारियों में फल के जूस का सिरप दिया जाता है ।
कोकम के गुण वाला नरीश नोनी
अब कोकम के लाभ के साथ (गार्सिनिया इंडिका ) के साथ नोनी (मोरिंडा सिटीफोलिना )का भी लाभ लें ।
कोकम अम्लता को कम करने में मदद करता है एवं यह पाचन के लिए बेहतर है । यह वजन को नियंत्रित करता है, कोलेस्ट्रॉल घटाता है । जिगर और ह्रदय के लिए कोकम अच्छा टॉनिक है ।
स्वास्थ्य लाभ
नोनी फल
नोनी सभी प्रकार से प्राकृतिक एक आहार अनुपूरक है । इसका लाभ सेवन शरीर की सेलुलर क्रिया - कलापों में तेजी ला कर स्वास्थ्य में वृद्धि करता है । इसका जूस प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत करने में मदद करता है एवं विभिन्न बीमारियों एवं संक्रमण से लड़ने की इसकी क्षमता को बढ़ाता है । नोनी- एंटीऑकसीडेंट के रूप में भी कार्य करता है एवं शरीर में मौजूद मुक्त रैडिकल से निबटने में मदद करता है । यह शरीर की चयापचय को बढ़ाने तथा शरीर की ऊर्जा एवं प्राणशक्ति को बढ़ाने में मदद करता है ।
कोकम फल
कोकम (गार्सिनिया इंडिया ) मूल रूप से वेस्टर्न घाट का एक विशिष्ट औषधीय पौधा है । यद्यपि वेस्टर्न घाट के समुदायों में कई पीढ़ियों तक महत्वपूर्ण पाक व औषधीय घटक रहा है, आज - कल कोकम पर इसके स्वास्थ्य गुणों के कारण वैज्ञानिक रूप से ध्यान केंद्रित किया जा रहा है ।
कोकम का आयुर्वेद चिकित्सा में लंबा इतिहास रहा है एवं पारंपारिक तौर पर इसका उपयोग पेट की बीमारियों के उपचार में किया जाता था । यह एक प्राकृतिक अम्लनाशक का कार्य करता है । कोकम का फल रसीला होता है जिसका अपना विशिष्ट अम्लीय स्वाद है । कोकम गर्मी का अच्छी तरह से प्रतिरोध करने के लिए जाना जाता है । इसके खट्टे, कार्डियोटाॅनिक , एंटी एलर्जिक एवं पाचन गुणों के कारण कोकम का उपयोग किया जाता है । इसका फल बवासीर, दस्त, ट्यूमर, दर्द व ह्रदय की परेशानियों में उपयोगी है । जिगर की बीमारियों में फल के जूस का सिरप दिया जाता है ।
कोकम के गुण वाला नरीश नोनी
अब कोकम के लाभ के साथ (गार्सिनिया इंडिका ) के साथ नोनी (मोरिंडा सिटीफोलिना )का भी लाभ लें ।
कोकम अम्लता को कम करने में मदद करता है एवं यह पाचन के लिए बेहतर है । यह वजन को नियंत्रित करता है, कोलेस्ट्रॉल घटाता है । जिगर और ह्रदय के लिए कोकम अच्छा टॉनिक है ।
स्वास्थ्य लाभ
अब कोकम के लाभ के साथ (गार्सिनिया इंडिका ) के साथ नोनी (मोरिंडा सिटीफोलिना )का भी लाभ लें ।
कोकम अम्लता को कम करने में मदद करता है एवं यह पाचन के लिए बेहतर है । यह वजन को नियंत्रित करता है, कोलेस्ट्रॉल घटाता है । जिगर और ह्रदय के लिए कोकम अच्छा टॉनिक है ।
- शरीर में नई स्फूर्ति जगाता है
- युवावस्था की अनुभूति करता है
- तनाव दूर करता है
- ऊर्जा में वृद्धि करता है
- मधुमेह का मुकाबला करने में मदद करता है
- पाचन में सुधार करता है
- आंतो की सफाई करता है
- चयापचय वृद्धि में सहायक
- वजन के प्रबंध में मदद करता है
नरीश नोनी कोकम प्लस के लिए अनुशंसित खुराक की मात्रा
(दिन 1 व 2 ):
नाश्ता के पहले 01 चम्मच लें (05 मि॰ली॰)
रात के भोजन के पहले 01 चम्मच लें (05 मि॰ली॰)
(पहला महीना ):
नाश्ता के पहले 03 चम्मच लें (15 मि॰ली॰);
रात के भोजन के पहले 03 चम्मच लें (15 मि°ली°)
(दूसरे से छठे महीने ):
नाश्ता के पहले 30 मि°ली° लें
रात के भोजन के पहले 30 मि°ली° लें ।
(सातवें महीने एवं उसके उपरांत ):
नाश्ता के पहले 15 मि°ली° लें
रात के भोजन के पहले 15 मि°ली° लें
12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को आधी खुराक दें ।
हमारे शरीर की आवश्यकता के अनुसार नरीश नोनी गोल्ड की खुराक बढ़ाई जा सकती है । पूरे दिन में पर्याप्त शुद्ध जल पिएं ताकि विषाक्त अवयव बाहर निकल सके । यदि शुद्धिकरण प्रक्रिया (सिर दर्द, हल्का दस्त, डकार अथवा त्वचा में खुजली ) महसूस हो तो पानी अधिक पिएं एवं अपने अनुभव के अनुसार एकाध खुराक छोड़ दें । नरीश नोनी खाली पेट लिया जाए । प्रातः या सायं में लिए जाने के लिए आवश्यक है कि भोजन 2-3 घंटे बाद इसका किया जाए ।
अपेक्षित परिणाम प्राप्त करने के लिए कम-से-कम 3-6 तीन से महीने तक नरीश नोनी के सेवन का प्रण लें ।
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