नरीश एंटी-ऑकसीडेंट कोएन्जैम Q10 (पुरूष )
ऑक्सीजन जीवन के लिए आवश्यक है, लेकिन दूसरी ओर, यह निश्चित रूप से शरीर के कोशिकाओं में प्रतिक्रियाशील अणुओं का संचार करता है । ये मुक्त कण किसी भी कोष के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं क्योंकि ये आवश्यक कणों जैसे डी एन ए और कोष को ठीक से काम करने के लिए आवश्यक एंजाइम को हानी पहुंचा सकता है । एंटी-ऑकसीडेंट इन प्रतिक्रियाशील मुक्त कणों को पकड़कर इन्हें सुरक्षापूर्वक साधारण अवस्था में बदल देते है । हालांकि शरीर एंटी-ऑकसीडेंट अणु बनाता है, ये आहार से मिलने वाले एंटी-ऑकसीडेंट के साथ मिलकर काम करते हैं, मुख्य तौर पर फल और सब्जियों से और पूरक आहार से भी ।
एंटी-ऑकसीडेंट को बहूत से दलों में बांटा जा सकता है । विटामिन सी, विटामिन ई और सेलेनियम जैसे उत्कृष्ट एंटी-ऑकसीडेंट के अलावा एक दूसरे दल में कैरोटीनोइडस शामिल हैं, जैसे बीटाकैरोटीन, लाईसोपीन, ल्यूटीन और एस्टाकजन्थिन । एक दूसरे गुट में फ्लेवोनोइड आते हें, जो ज्यादातर फलों में पाए जाते हैं । ये सारे एंटी-ऑकसीडेंट अणु हैं जिन्हें पेड़ सौर विकिरण, ताप, हानिकारक रसायन, फफूंदी आदि जैसे परिवेष संबंधी कारकों से अपनी रक्षा के लिए इस्तेमाल करते हैं । लेकिन यह एंटी-ऑकसीडेंट जीव -- जंतुओं की भी रक्षा करता है ।
एंटी-ऑकसीडेंट किसी भी ऑक्सीजन युक्त वातावरण में हमेशा बनाने वाले ऑक्सीजन के कणों के हानिकारक प्रभावों से पृथ्वी के सभी प्राणियों पेड़ - पौधे, जीव - जंतु और मनुष्य - की रक्षा करता है । इसलिए एन्टी से भरपूर फल और सब्जियों मनुष्य और पशुओं के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए आवश्यक हैं ।
कोएंजाइम Q10 ( CO Q10 ) एक एंटी-ऑकसीडेंट है जो मानव शरीर में बनाता है । मौलिक कोष के काम के लिए Q10 चाहिए । उम्र के साथ लोगों में को Q10 का स्तर घटने लगता है और कैंसर, कुछ जेनेटिक बीमारियों, एच आई वी एड्स, मांसपेशियों के दुर्विकास ,और पार्किंसंस रोग से पीड़ित लोगों में इसका कम हो सकता है ।
ऐसे प्रमाण मिले हैं जिनसे पता लगता है कि को Q10 का प्रयोग उच्च रक्त चाप और दिल के दौरे में किया जा सकता
है ।
जिनसेंग
जिनसेंग ग्यारह प्रजातियों के छोटे, धीरे बढ़ने वाले, मांसल जड़ युक्त सदाबहार पौधे हैं । माना जाता है कि जिनसेंग साधारण तंदुरूस्ती को पुर्नस्थापित और बढ़ाता है और आज विश्व में सबसे लोकप्रिय जड़ी - बूटियों में से एक बन गया
है ।
इन बूटियों में हल्के रंग की, कांटे जैसे आकार की जड़ें, अपेक्षात लम्बे डंठ और अंडाति हरी पत्तियां होती हैं ।
परंपरागत रूप से जिनसेंग का सेवन कई तरह की बीमारियों में सहायता के लिए किया जाता रहा है ।
https://www.amazon.in/dp/B07L4NM1YY/ref=cm_sw_r_wa_awdo_t1_Lie0EbW0YR2HQ
है ।
जिनसेंग
जिनसेंग ग्यारह प्रजातियों के छोटे, धीरे बढ़ने वाले, मांसल जड़ युक्त सदाबहार पौधे हैं । माना जाता है कि जिनसेंग साधारण तंदुरूस्ती को पुर्नस्थापित और बढ़ाता है और आज विश्व में सबसे लोकप्रिय जड़ी - बूटियों में से एक बन गया
है ।
इन बूटियों में हल्के रंग की, कांटे जैसे आकार की जड़ें, अपेक्षात लम्बे डंठ और अंडाति हरी पत्तियां होती हैं ।
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